Saturday, October 19, 2013

आत्महत्या


कल रात गली में हत्या हुयी ,
आत्महत्या ।
विचारकों ने कहा कमज़ोर था ,
डर गया ज़िन्दगी से;

जब विचारो का अभाव होता है
तब मैं भी ताकता हूँ
उसकी तरफ़ ,
विचार आ ही जाते हैं ।
शायद ऐसे ही किसी ,
या ऐसे ही कई ,
अभावों में ताका होगा
उसने , उस दिशा में ,
और बाहें पसार बुला लिया होगा
भगवान् ने ;
वरना क्या न सोचा होगा उसने ,
उन रिश्तों के बारे में
जो हमसे ही बने हैं
या जो हमारी ही बदौलत
ज़िन्दा हैं?
या उस समाज के बारे में
जिसने आज उसे कह दिया -
कमज़ोर ?
अगर सोचा, तो कमज़ोर न था ।
क्योंकि रिश्तो और
समाज के बारे में सोच कर
लिया कदम
नहीं हो सकता
एक कमज़ोर व्यक्तित्व का ।
और न सोचा, तो भी कमज़ोर न था ।
क्योंकि आश्वस्त  था
वो रिश्तों को लेकर
और समाज की बेपरवाही
सभी नहीं कर पाते ।

क्या पता माँ बीमार होगी
और दावा न जुटी हो
या बाप मर गया था
और कफ़न न जुटा हो
बच्चे भूख से बिलबिलाते होंगे
और खाना न जुटा हो
या पत्नी सामने बलाकृत हुयी
और कुछ न कर पाया हो ?
इनमे से कुछ,
या ये सारी ही मजबूरिया !
और हमने यूँ ही कह दिया -
'कमज़ोर' था ।
आज के बाद भी उसकी माँ
बीमार ही रहेगी ,
या शायद मर ही जाए
जवान बेटा मर है
कोई छोटी बात तो नहीं?
और न मिल सकेगा
उसे भी कफ़न का एक टुकड़ा
बच्चे बिलबिलाते ही रहेंगे
और पत्नी अब शायद
बन ही जाए वेश्या ;
पर हमने - मैंने और उन विचारको ने
- बस यूँ ही कह दिया -
'कमज़ोर' था  ।

ज़िन्दगी आसान नहीं है भाई ,
और इससे हारने को
कमज़ोरी कहूँ ,
मुझमे इतनी भी हिम्मत नहीं ।

Notes: This poem was written by me in 2003, almost ten years back, in Kanpur, a small but busy town in Uttar Pradesh. When I read this poem now, I realize I may not subscribe to many of the concepts discussed here. The most prominent one being the concept of god. At the same time, I still hold similar views on suicide. I still see it as an individual's choice - the value of his/her choice can always be debated though. Nevertheless, this poem remains an important work for me as it reminds me the beauty of ever-transforming and ever-progressing human thought and views. For this reason, I chose this poem as my debut at Poetry at Big Mic... And guess what, it even fetched me the first prize! :)

2 comments:

Aarti Rathore said...

Very touchy...
well written dear...:)

Anonymous said...

Why rape of his wife has been told as a reason of his death???